दरअसल मार्च माह से कोरोना महामारी ने जिस तरह से पूरे देश के साथ-साथ प्रदेश में संक्रमित किया। उसमें लगातार शिवराज प्रदेश में ही व्यस्त रहे। आखिरकार मध्य प्रदेश अब कोरोना की दूसरी लहर से लगभग मुक्त हो चुका है। प्रदेश में संक्रमण की दर अब लगभग 0% होने को है। इसके साथ ही प्रदेश में संभावित तीसरी लहर को संभालने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। मुख्यमंत्री बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन सारी बातों की जानकारी देंगे कि किस तरह से मध्यप्रदेश में ग्रामीण स्तर और वार्ड स्तर तक क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियां बनाकर कोरोना को काबू में किया गया।
इसके बाद अब कोरोना प्रोटोकाल का पालन करके और वैक्सीनेशन सुनिश्चित करके अब तीसरी लहर को रोकने की भी मध्यप्रदेश तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री इस बात की जानकारी भी देंगे कि यदि तीसरी लहर आती है तो मध्यप्रदेश ने उससे बचाव के लिए किस तरह के उपाय किए हैं। जिस तरह का अंदेशा जताया जा रहा है कि यह लहर बच्चों पर ज्यादा असर डाल सकती है तो उसी के मद्देनजर रखते हुए मध्य प्रदेश में विशेष रुप से बच्चों के लिए अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
इसी के साथ-साथ मेडिकल, पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती, बिस्तरों की व्यवस्था, ऑक्सीजन व वेंटिलेटर की समुचित व्यवस्था जैसे उपायों से प्रदेश में तीसरी लहर से निपटने की पूरी तैयारी है। प्रदेश में जिस तरह से कोरोना से निपटा गया, उसकी देशभर में तारीफ हुई है और मध्य प्रदेश मॉडल के नाम से इसे अन्य राज्यों को अपनाने की बात भी की गई है। इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री सोमवार को सीहोर में हुई कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक में प्रदेश में विकास का रोड मैप तैयार करने के प्रयासों की भी प्रधानमंत्री से चर्चा करेंगे।