अलगाववादी सिक्ख संगठन के निशाने पर नड्डा, हिमाचल के सीएम को भी दे चुके हैं धमकी - Khabri Guru

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अलगाववादी सिक्ख संगठन के निशाने पर नड्डा, हिमाचल के सीएम को भी दे चुके हैं धमकी



शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के बाद सिक्ख अलगाववादी संगठन सिक्ख फार जस्टिस का अगला निशाना भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा बन गये हैं। सोमवार को सुरक्षा एजेंसियां उस समय हरकत में आ गईं जब खालिस्तान समर्थक गुरपखवंत सिंह पन्नु की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को धमकी भरी पफोन कॉल ऊना, हमीरपुर, कुल्लू और सोलन जिले के पत्रकारों के फोन पर मिली।

इसी तरह की काल पहले शिमला के पत्रकारों को मिली थी जिसमें मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को धमकी दी गई थी। सिख फॉर जस्टिस के अलगाववादी नेता गुरपखवंत सिंह पन्नु ने कहा कि देश में हजारों किसानों की मौत के लिए भाजपा के राष्टरीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार हैं। पन्नु ने कहा कि जेपी नड्डा भाजपा से जुड़े हैं और भाजपा की वजह से आंदोलनरत किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

साथ ही पन्नु ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी फिर धमकी देते हुए कहा कि 15 अगस्त को उन्हें झंडा नहीं फहराने देंगे। पन्नु ने कहा कि कहा कि 15 अगस्त को लोग अपने घरों पर रहें। किसान ट्रैक्टर लेकर सड़कों पर उतरें और सीएम जयराम को तिरंगा फहराने से रोकें। तीन दिन पहले भी गुरपखवंत सिंह पन्नु ने प्रदेश के कई पत्रकारों को कॉल कर यह धमकी थी।

31 जुलाई को गुरपखवंत सिंह पन्नू के खिलाफ शिमला में अपराधिक मामला दर्ज किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि आरोपी गुरपखवंत सिंह खालिस्तान समर्थक गुट सिख्स फॉर जस्टिस का सदस्य है। इस संगठन को भारत सरकार ने 2019 में भारत विरोधी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। इस संगठन का नेटवर्क विदेशों में है। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि सभी कॉल वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) के तहत की गई थीं। एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। इस बीच प्रदेश पुलिस ने तमाम नेताओं की सुरक्षा बढा दी है। नड्डा के बिलासपुर आवास की सुरक्षा भी बढाई गई है। 

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