नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र में हंगामा आज भी जारी रहा। यह हालात मानसून सत्र की शुरुआत के दिन से ही चल रहा है। मंगलवार को एक ओर जहां सदन के बाहर राहुल गांधी ने विपक्षी सांसदों के साथ चाय नाश्ते पर चर्चा की तो वहीं दूसरी ओर सदन के भीतर पापड़ी चाट पर हंगामा देखने को मिला।
टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन के चाट-पापड़ी वाले ट्वीट लेकर संसद के भीतर बवाल देखने को मिला। केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में पार्टी के उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी ने टीएमसी सांसद के बयान को संसद का अपमान बताया। वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी इस मुद्दे पर टीएमसी सांसद को घेरा।केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा डेरेक ओ ब्रायन के ट्वीट पर पीएम मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि यह उन लोगों का अपमान है जिन्होंने सांसद चुने। पीएम मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि पापड़ी चाट बनाना एक अपमानजनक टिप्पणी थी। प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कागज फाड़ना, फेंकना और माफी नहीं मांगने को अहंकार बताया है।
कल संसद के मॉनसून सत्र में हंगामे के बीच बिल पारित किए जाने से नाराज टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार संसद में बेहद जल्दबाजी में बिल पारित करा रही है। डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि औसतन 7 मिनट में कम से कम एक विधेयक पारित कराया जा रहा है। डेरेक ओ ब्रायन तंज कसते हुए कहा कि क्या हम पापड़ी चाट बना रहे हैं।
वहीं आज सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने पेगासस जासूसी मामले पर सरकार को घेरने और दबाव बनाने की साझा रणनीति पर चर्चा की। राहुल गांधी के न्योते पर कई प्रमुख विपक्षी दलों के नेता कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में नाश्ते पर मिले।
बैठक में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चैधरी, पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश एवं कई सांसद, तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव, शिवसेना नेता संजय राउत, राजद के मनोज झा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल समेत 15 दलों के नेता शामिल हुए।
सूत्रों का कहना है कि नाश्ते पर हुई इस बैठक में कुल 17 पार्टियों को न्यौता दिया गया था, लेकिन बसपा और आम आदमी पार्टी के नेता इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इन दोनों पार्टियों के इस बैठक में शामिल नहीं होने के कारण का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।