नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावाती ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार सकारात्मक कदम उठाती है तो वह संसद और बाहर बीजेपी का समर्थन करेंगी। अन्य पिछड़ा वर्ग की जनगणना को लेकर जारी बहस के बीच मायावती ने सियासत में हंगामा खड़ा कर दिया है। उन्होंने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले इस मसले पर मोदी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि देश में अन्य पिछड़ा वर्ग समाज की अलग से जनगणना कराने की मांग पर केंद्र की मोदी सरकार अगर कोई सकारात्मक कदम उठाती है तो बसपा संसद के अन्दर व बाहर भी इसका जरूर समर्थन करेगी। देशभर में अन्य पिछड़ा वर्ग की जनगणना की मांग के बीच मायावती ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि देश में ओबीसी समाज की अलग से जनगणना कराने की मांग बसपा शुरू से ही करती रही है तथा अभी भी बहुजन समाज पार्टी की यही मांग है और इस मामले में केन्द्र की सरकार अगर कोई सकारात्मक कदम उठाती है तो फिर बसपा इसका संसद के अन्दर व बाहर भी समर्थन जरूर करेगी। इस ट्वीट के साथ मायावती भारतीय जनता पार्टी के करीब आ रही है।
मायावती की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब बिहार में पक्ष और विपक्ष दोनों ओबीसी के लिए जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं। गत दिनों राजद नेता तेजस्वी यादव की मांग को आगे बढ़ाते हुए नीतीश कुमार ने भी कहा था कि ओबीसी की जनगणना होनी चाहिए। नीतीष कुमार, मायावती, राजद की मांग से ओबीसी की जनगणना को बल मिला है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जातीय जनगणना के मुद्दे पर सर्वदलीय शिष्टमंडल के साथ उनसे मिलने का समय मांगा है।
नीतीश कुमार ने पटना, नालंदा, गया और जहानाबाद जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए जदयू सांसदों को समय नहीं मिलने और जबकि बिहार सरकार में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से मंत्री संतोष कुमार सुमन के प्रधानमंत्री से मिलने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि हमारी पार्टी के सांसदों ने अमित शाह से मिलकर भी अपनी बातें रखी है। गौरतलब है कि जदयू सांसदों की केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट हुई थी।