भोपाल। ग्वालियर-चंबल अंचल में बाढ़ के बाद लापरवाही कई अधिकारियों को भारी पड़ रही है। खास तौर पर श्योपुर जिले के अधिकारियों को शिवराज सरकार द्वारा एक के बाद एक करके निपटाया जा रहा है। सबसे पहले कलेक्टर और सीएमओ को हटाया गया तो उसके बाद एसपी पर गाज गिरी। अब जिले के अपर कलेक्टर को भी स्थानांतरित कर दिया गया है। जबकि जानकारों के अनुसार केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ गत दिवस हुई अभद्रता तथा उनकी नाराजगी के चलते श्योपुर जिले के अधिकारियों को निपटाया गया है।
तोमर की नाराजगी का असर
कहा जा रहा है कि विगत दिवस जिले के दौरे पर आए केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को बाढ़ पीढ़ितों की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। पीड़ितों ने न केवल श्री तोमर से अभद्रता की बल्कि उनके काफिले पर कीचड़ भी फेंका था। सुरक्षा व्यवस्था में चूच की वजह से तोमर काफी नाराज थे। इस बात को भांपते हुए शिवराज सरकार ने तत्काल एक्शन लेते हुए ताबड़तोड़ अंदाज में जिले के आला अधिकारियों को हटा दिया। हालांकि इस बदलाव के लिए बाढ़ राहत कार्य में लापरवाही का नाम दिया जा रहा है।
सबसे पहले सुबह श्योपुर कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव और एसपी संपत उपाध्याय को हटाया गया था। अब श्योपुर के नए कलेक्टर 2013 बैच के IAS और वर्तमान में ग्वालियर नगर निगम में आयुक्त शिवम वर्मा और नए एसपी अनुराग सुजानिया होंगे। वही सीएमओ पर भी गाज गिरी है।
1998 बैच के त्रिभुवन नारायण सिंह को ग्वालियर अपर कलेक्टर के पद से हटाकर श्योपुर अपर कलेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। वही 2011 बैच के श्योपुर अपर कलेक्टर रुपेश कुमार उपाध्याय को उप सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग, मप्र शासन भेजा गया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए है।