भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुवात हंगामें से हुई है। सदन की कार्यवाही शुरु होते ही आसंदी द्वारा गणमान्य नागरिकों के निधन के उल्लेख के बीच ही जमकर हंगामा हुआ। 9 अगस्त को आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित नहीं करने पर विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया है। हंगामा के बीच कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया।
दरअसल कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में आदिवासी दिवस के अवसर पर अवकाश घोषित हुआ था। लेकिन बीजेपी की सरकार ने इसे वैकल्पिक अवकाश में परिवर्तित कर दिया। जिसके बाद संसद में कांग्रेस ने हंगामा कर दिया और विधानसभा के बाहर गांधी जी की प्रतिमा के नीचे खड़े होकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
इस मुद्दे के लेकर कांग्रेस के विधायक ने कहा कि सूबे की शिवराज सरकार ने 2 करोड़ आदिवासियों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित किया था और उत्सव भी मनाया था। लेकिन बीजेपी सरकार ने उत्सव पर रोक लगा दी। धारा 144 लगाकर आदिवासियों को उत्सव नहीं मनाने दिया।
उन्होंने कहा कि आदिवासियों को जंगल से बेघर किया जा रहा है। आदिवासियों को मिलने वाला लोन भी रोकने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। यह एजेंडा आरएसएस का है। जिसे बीजेपी लागू कर रही है।उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि आदिवासी बंधु कांग्रेस कार्यालय में अभी इकट्ठा हो रहे हैं।