इसी तरह जाँच में कई और खामियाँ मिली हैं। टीम ने रिपोर्ट तैयार करके भेज दी है। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा कुदवारी कॉलोनी स्थित अशासकीय संस्था सदभाव मिशन समिति नशा मुक्ति सह पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण करने जाँच समिति पहुंची। संस्था द्वारा 10 हजार स्क्वेयर फीट में केन्द्र संचालन की बात कही गई थी, लेकिन यहाँ सिर्फ 5 हजार स्क्वेयर फीट में केन्द्र चल रहा था।
यह भी बताया गया था कि यह 60 बिस्तरों का है, लेकिन मौके पर सिर्फ 20 बिस्तर ही मिले। वहीं मौके पर 15 हितग्राही ही मिले उसमें भी ज्यादातर दूसरे जिले के थे। यहाँ तक पहुँचने का मार्ग इतना खराब है कि टीम को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही केन्द्र में कोविड नियम का कोई भी पालन नहीं किया जा रहा था।
अभी तक यहाँ भर्ती हितग्राहियों का टीकाकरण तक नहीं कराया गया है। नियमानुसार एक पीयर एजुकेटर होना चाहिये, लेकिन यहाँ कोई नहीं मिला। वहीं 17 कर्मचारियों की नियुक्ति की बात कही गई थी जाँच के दौरान 10 कर्मी मिले। टीम में हेमंत मौर्य, गुलशन झारिया व तरुणा निपसैया आदि शामिल रहे जिन्होंने 8 बिंदुओं पर जाँच की।
जाँच में कमियाँ पाई गई हैं
शासन के निर्देश पर टीम को नशामुक्ति केन्द्र जाँच के लिये भेजा गया था। जाँच के दौरान कई तरह की कमियाँ मिली हैं, समिति को नाेटिस जारी किया गया है।
-आशीष दीक्षित, संयुक्त संचालक, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन विभाग