ब्रिटिश शासन से मुक्ति और भारत विभाजन एक साथ हुआ। भारत का धर्म के आधार पर विभाजन हुआ था और पाकिस्तान नाम का एक मुल्क बना। इस विभाजन को लेकर भयावह हिंसा हुई थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है, ''देश के बँटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफ़रत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।’’
‘’यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को ख़त्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मज़बूत होंगी।''