नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ रची गई हिंसा में बहुत बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। बांग्लादेश के हिन्दुओं पर कुरान और इस्लाम की बेअदबी के आरोप लगे थे जिसके बाद पूरे देश में उन्हें चुन-चुनकर निशाना बनाया गया। लेकिन अब पता चला है कि ये साजिश किसी हिन्दू ने नहीं बल्कि एक मुसलमान युवक ने रची थी। बवाल के बाद बांग्लादेश पुलिस ने जो खुलासा किया है वो बेहद ही चौंकाने वाला है। पुलिस के मुताबिक सौहार्द बिगाड़ने के मकसद से पूरी साजिश रची थी और मंदिर में कुरान किसी हिन्दू ने नहीं बल्कि इकबाल हुसैन नाम के एक मुस्लिम ने रखा था। बांग्लादेश की पुलिस साजिश तक सीसीटीवी फुटेज के जरिये पहुंची है।
सीसीटीवी से हुआ खुलासा
ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक इकबाल हुसैन अभी फरार चल रहा है और बांग्लादेश पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि इकबाल ने 13 अक्टूबर को कुरान की प्रति को दुर्गा पूजा पंडाल में रखा। पुलिस ने दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर लगाए गए निगरानी कैमरे से इकबाल की पहचान की है। वीडियो में इकबाल जाते हुए दिख रहा है।
बंगाल से भी कट्टरपंथियों ने नफरत भड़काई
पहले दिन से ये अफवाह फैलाई गई कि हिन्दुओं ने कुरान का अपमान किया। हैरानी तो तब हुई जब इसके खिलाफ भारत से भी आवाजे उठी। बिना सबूतों के और बिना सोचे-समझे बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा तक शुरू हो गई। पश्चिम बंगाल से भी कट्टरपंथियों ने हिन्दुओं के खिलाफ नफरत भड़काई गई। यहां तक कहा गया कि कुरान के अपमान की सजा मौत ही होगी और इसी बहाने से हिन्दू देवी-देवताओं और पूजा पद्धतियों के खिलाफ फिक्रे भी कसे। लेकिन अब जब ये साफ हो चुका है कि दुर्गा पंडाल में कुरान रखने की साजिश किसी हिन्दू ने नहीं बल्कि एक मुस्लिम युवक ने रची थी तो इन लोगों के मुंह पर ताला लग गया। अब इनके मुंह से एक बोल भी नहीं फूट रहा है।