जबलपुर। आर्थिक अपराध ब्यूरो ने प्रभारी जनपद पंचायत सीईओ के पद से रिटायर्ड नागेंद्र यादव के जबलपुर में तिलहरी स्थित फ्लैट और मंडला में गुरुवार तड़के 4 बजे एक साथ रेड मारा है। नागेंद्र यादव के खिलाफ ईओडब्ल्यू को प्रारंभिक आकलन में 85 लाख रुपए की अतिरिक्त आय मिली है। जबलपुर, मंडला और भोपाल में पांच मकान मिले हैं। मंडला में व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स भी मिला है। 600 ग्राम सोने व 02 किलो चांदी के जेवर, स्कॉर्पियो और एक स्कूटी मिली। मंडला में काफी जमीन भी खरीदी है।
ईओडब्ल्यू सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नागेंद्र यादव की आदिम जाति कल्याण विभाग मंडला में मंडल संयोजक के पद पर वर्ष 1990 में भर्ती हुई थी। वर्ष 2005 में वे प्रतिनियुक्ति जनपद पंचायत घुघरी मंडला, फिर घुंसौर सिवनी और शहडोल में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए रिटायर हुए हैं। नागेंद्र यादव ने अधिकांश संपत्तियां 9 मार्च 2005 के बाद बनाई है।
अपना आलीशान घर दिया किराया पर
आय से अधिक मामले में घिरे आरोपी नागेंद्र यादव का मंडला में दो, जबलपुर में एक और भोपाल में भी दो फ्लैट है। आरोपी ने जबलपुर के तिलहरी स्थित थीम पार्क के पास बड़ा सा मकान बना रखा है। आरोपी को ये मकान बड़ा लग रहा था। इस कारण उसने इस मकान को 40 हजार रुपए में किराए पर देकर खुद थीम पार्क में बने एक फ्लैट में 10 हजार रुपए किराए से रह रहा है।
ईओडब्ल्यू में वर्ष 2010 में हुई थी शिकायत
आरोपी नागेंद्र यादव के खिलाफ ईओडब्ल्यू में वर्ष 2010 में शिकायत हुई थी। 11 साल से सिर्फ जांच चल रही थी। एसपी ईओडब्ल्यू देवेंद्र सिंह राजपूत के मुताबिक उनके संज्ञान में ये मामला सामने आया तो उन्होंने मुख्यालय से अनुमति मांगी। इसके बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज करने, साजिश रचने और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया।
तड़के चार बजे टीम ने रेड डाला
ईओडब्ल्यू ने मंडला न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त कर दो टीमें बनाईं। एक टीम डीएसपी मंजीत सिंह की अगुवाई में मंडला महाराजपुर स्थित पैतृक मकान और दूसरी टीम पीके जैन की अगुवाई में जबलपुर तिलहरी स्थित थीम पार्क के थर्ड फ्लोर स्थित फ्लैट नंबर 114 में गुरुवार 21 अक्टूबर की सुबह 4 बजे दबिश दी थी।
इतनी मिली अकूत संपत्ति
आरोपी ने वेतन से बचत किया- 11,91,807 रुपए
खर्च किया-97,30,181 रुपए
प्रारंभिक आकलन में अतिरिक्त आय-85,38,374 रुपए
यह उसकी कुल कमाई का 716% अधिक है।
अब तक सर्चिंग में ये मिला-
1.84 लाख रुपए नकद मिला है।
600 ग्राम के लगभग सोने और 02 किलो चांदी के जेवर।
जबलपुर तिलहरी में ड्यूप्लेक्स मिला है।
महाराजपुर मंडला में पुश्तैनी मकान तोड़कर नया बनाया गया दो मंजिला मकान।
महाराजपुर मंडला में व्यावसायिक काॅम्प्लेक्स।
विनायक होम्स अंबेडकर नगर भोपाल में एक फ्लैट।
भोपाल कटारा हिल्स में एक और फ्लैट की रजिस्ट्री
आरोपी नागेंद्र यादव और पत्नी अनीता यादव के नाम से महराजपुर, तहसील बिछिया व कटरा में 2.34 एकड़ कृषि भूमि की बही मिली है।
01 स्कार्पियो, एक एक्टिवा।
आरोपी और परिजनों के नाम से विभिन्न बैंकों में खाते मिले हैं।
आरोपी के पास तीन लॉकर दो एसबीआई मंडला में और एक इंडियन बैंक मंडला महाराजपुर में मिला है, जिसे खोला जाना है।
एक मकान पुणे में होने का पता चला है। इसकी तस्दीक कराई जा रही है।
एलआईसी में एक वर्ष का ही 2 लाख से अधिक निवेश के दस्तावेज मिले हैं। अन्य निवेश बीमा पॉलिसी निकलवाना है
दो बेटियां, एक की शादी
आरोपी की दो बेटियां हैं। एक की शादी में आरोपी 50 लाख से अधिक का खर्च कर चुका है। दूसरी बेटी पीएससी की तैयारी कर रही है, जो आरोपी के साथ ही रहती है। जबलपुर स्थित आरोपी के घर में सर्चिंग के बाद दस्तावेजों का आंकलन किया जा रहा है। इसके अलावा दूसरी टीम मंडला में सर्चिंग की कार्रवाई में जुटी है। आरोपी के लॉकर को शुक्रवार को खुलवाने का प्रयास टीम कर सकती है।
सूत्रों की मानें तो लॉकर में सोने के आभूषण और कुछ कागजात रखे जाने की सूचना मिली है। ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि सर्चिंग में जो भी पैसे, जेवर आदि मिले हैं, उसकी जब्ती बनाई जा रही है। उसके मकान, वाहन आदि का आंकलन कराया जा रहा है।
आय से अधिक मामले में घिरे आरोपी नागेंद्र यादव का मंडला में दो, जबलपुर में एक और भोपाल में भी दो फ्लैट है। आरोपी ने जबलपुर के तिलहरी स्थित थीम पार्क के पास बड़ा सा मकान बना रखा है। आरोपी को ये मकान बड़ा लग रहा था। इस कारण उसने इस मकान को 40 हजार रुपए में किराए पर देकर खुद थीम पार्क में बने एक फ्लैट में 10 हजार रुपए किराए से रह रहा है।
ईओडब्ल्यू में वर्ष 2010 में हुई थी शिकायत
आरोपी नागेंद्र यादव के खिलाफ ईओडब्ल्यू में वर्ष 2010 में शिकायत हुई थी। 11 साल से सिर्फ जांच चल रही थी। एसपी ईओडब्ल्यू देवेंद्र सिंह राजपूत के मुताबिक उनके संज्ञान में ये मामला सामने आया तो उन्होंने मुख्यालय से अनुमति मांगी। इसके बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज करने, साजिश रचने और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया।
तड़के चार बजे टीम ने रेड डाला
ईओडब्ल्यू ने मंडला न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त कर दो टीमें बनाईं। एक टीम डीएसपी मंजीत सिंह की अगुवाई में मंडला महाराजपुर स्थित पैतृक मकान और दूसरी टीम पीके जैन की अगुवाई में जबलपुर तिलहरी स्थित थीम पार्क के थर्ड फ्लोर स्थित फ्लैट नंबर 114 में गुरुवार 21 अक्टूबर की सुबह 4 बजे दबिश दी थी।
इतनी मिली अकूत संपत्ति
आरोपी ने वेतन से बचत किया- 11,91,807 रुपए
खर्च किया-97,30,181 रुपए
प्रारंभिक आकलन में अतिरिक्त आय-85,38,374 रुपए
यह उसकी कुल कमाई का 716% अधिक है।
अब तक सर्चिंग में ये मिला-
1.84 लाख रुपए नकद मिला है।
600 ग्राम के लगभग सोने और 02 किलो चांदी के जेवर।
जबलपुर तिलहरी में ड्यूप्लेक्स मिला है।
महाराजपुर मंडला में पुश्तैनी मकान तोड़कर नया बनाया गया दो मंजिला मकान।
महाराजपुर मंडला में व्यावसायिक काॅम्प्लेक्स।
विनायक होम्स अंबेडकर नगर भोपाल में एक फ्लैट।
भोपाल कटारा हिल्स में एक और फ्लैट की रजिस्ट्री
आरोपी नागेंद्र यादव और पत्नी अनीता यादव के नाम से महराजपुर, तहसील बिछिया व कटरा में 2.34 एकड़ कृषि भूमि की बही मिली है।
01 स्कार्पियो, एक एक्टिवा।
आरोपी और परिजनों के नाम से विभिन्न बैंकों में खाते मिले हैं।
आरोपी के पास तीन लॉकर दो एसबीआई मंडला में और एक इंडियन बैंक मंडला महाराजपुर में मिला है, जिसे खोला जाना है।
एक मकान पुणे में होने का पता चला है। इसकी तस्दीक कराई जा रही है।
एलआईसी में एक वर्ष का ही 2 लाख से अधिक निवेश के दस्तावेज मिले हैं। अन्य निवेश बीमा पॉलिसी निकलवाना है
दो बेटियां, एक की शादी
आरोपी की दो बेटियां हैं। एक की शादी में आरोपी 50 लाख से अधिक का खर्च कर चुका है। दूसरी बेटी पीएससी की तैयारी कर रही है, जो आरोपी के साथ ही रहती है। जबलपुर स्थित आरोपी के घर में सर्चिंग के बाद दस्तावेजों का आंकलन किया जा रहा है। इसके अलावा दूसरी टीम मंडला में सर्चिंग की कार्रवाई में जुटी है। आरोपी के लॉकर को शुक्रवार को खुलवाने का प्रयास टीम कर सकती है।
सूत्रों की मानें तो लॉकर में सोने के आभूषण और कुछ कागजात रखे जाने की सूचना मिली है। ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि सर्चिंग में जो भी पैसे, जेवर आदि मिले हैं, उसकी जब्ती बनाई जा रही है। उसके मकान, वाहन आदि का आंकलन कराया जा रहा है।