नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन पिछले 10 महीने से जारी है। इसी बीच दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर के लिए भारी संख्या में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान आए लेकिन इन किसानों को नरेला में रोक दिया गया। आपको बता दें कि सिंघु बॉर्डर पर मारे गए दलित लखबीर सिंह को लेकर एक बार फिर से मामला गर्मा गया। कुछ लोगों ने अचानक से बैरिकेडिंग को तोड़ने का प्रयास किया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या पर लोगों के पहुंचने की जानकारी मिलते ही पुलिसबल की तैनाती की गई। इसके अलावा मामले को संभालने के लिए पुलिस को थोड़ा-बहुत बल का भी प्रयोग करना पड़ा। फिलहाल पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रास्ते को बंद कर दिया है।
लखबीर सिंह की हुई थी हत्या
कुछ वक्त पहले पंजाब के तरन तारन जिले के रहने वाले लखबीर सिंह की सिंघु बॉर्डर पर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। जिसका आरोप निहंगों पर है। इस सिलसिले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है लेकिन फिर भी बुधवार को अचानक से मामला गर्मा गया। एक तरफ किसान नेता इस घटना को केंद्र की साजिश बता रहे हैं तो दूसरी तरफ केंद्र किसान आंदोलन को हिंसक बता रही है।