नई दिल्ली। G-20 शिखर सम्मेलन समेत कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने इटली पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शानदार स्वागत हो रहा है। पीएम मोदी को अपने बीच देखकर भारतीय समूह की खुशी का ठिकाना नहीं है। एक कार्यक्रम के दौरान ऐसे ही एक समूह ने पीएम मोदी की स्वागत गुजराती में किया। एक जोरदार आवाज सुनाई दी, ‘नरेंद्र भाई केम छो!’. पीएम ने भी वहां मौजूद सभी लोगों का अभिवादन किया। पीएम पांच दिनों के दौरे पर इटली पहुंचे हैं। इटली का राजधानी रोम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी से मिलने के लिए यहां भारतीयों का एक समूह भी इंतजार कर रहा था। इस दौरान ‘मोदी-मोदी’ के जमकर नारे लगाए गए। मोदी ने अपने लोगों की भावनाओं को देखते हुए संस्कृत में मंत्र और श्लोक पढ़े। पीएम मोदी ने इसके जवाब में हाथ जोड़कर ‘ओम नमः शिवाय’ कहा।
भीड़ से एक आवाज आई नरेंद्र भाई केम छो!’. इसपर पीएम ने प्रतिक्रिया दी, ‘मजा मा छो.’ इस दौरान भीड़ ने भारत माता के भी जयकारे लगाये। इटली में गुजराती में बात कर रहे एक व्यक्ति से पीएम मोदी ने भी मातृभाषा में बात की। शख्स ने बताया कि वह योग और आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए काम कर रहा है
पीएम मोदी ने शुक्रवार को इटली के समकक्ष मारिया द्राघी से पहली बार व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्वपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा हुई। इटली के पीएम के आमंत्रण पर एक दिन पहले रोम पहुंचे पीएम मोदी का स्वागत द्राघी ने किया। खास बात यह है कि यूरोपीय संघ में इटली भारत के शीर्ष पांच कारोबारी साझेदारों में शामिल है। भारत और इटली के सम्बन्ध बहुत करीबी हैं।
मोदी ने वैटिकन में की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार वैटिकन पहुंच कर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कोविड, सामान्य वैश्विक परिदृश्य और शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने समेत विभिन्न मुद्दों पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी और कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस के बीच आमने-सामने यह पहली बैठक थी। मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जिनसे फ्रांसिस ने 2013 में पोप बनने के बाद मुलाकात की है। पीएम मोदी ने वेटिकन में पोप फ्रांसिस के साथ बहुत गर्मजोशी से मुलाकात की। बैठक केवल 20 मिनट के लिए निर्धारित की गई थी लेकिन एक घंटे तक चली। पीएम और पोप ने पृथ्वी को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई मुद्दों पर चर्चा की जैसे कि जलवायु परिवर्तन से लड़ना और गरीबी को दूर करना। बैठक के दौराान पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्योता भी दिया। पोप की आखिरी भारत यात्रा 1999 में हुई थी जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे और पोप जॉन पॉल द्वितीय भारत आए थे।
ज्ञात हो कि वैटिकन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मोदी के साथ मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने वैटिकन सिटी के विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से भी मुलाकात की। ऐतिहासिक बैठक से पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को कहा था कि प्रधानमंत्री की पोप के साथ अलग से बैठक होगी। रोम में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि वह पोप से व्यक्तिगत मुलाकात करेंगे।