मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत एक बार फिर से सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय देने के लिए सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गयी हैं। कंगना रनौत के 'भीख में आजादी' वाले बयान के बाद से ही विपक्ष उनपर हमलावर है लेकिन कंगना रनौत बिना किसी खौफ के सोशल मीडिया पर अपने विचार शेयर करती नजर आती हैं। वैसे तो कंगना रनौत पर कई मुकदमे दर्ज हैं लेकिन इस मुकदमों की लाइन में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा की गयी शिकायत भी जुड़ गयी है। सिंखों को लेकर कंगना रनौत के हालिया बयान से समुदाय खफा है और उन्होंने कंगना के खिलाफ एक्शन
अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ एक इंस्टाग्राम स्टोरी में शेयर की गयी सिखों को लेकर एक पोस्ट के लिए पुलिस शिकायत दर्ज की गई है, उन्होंने कथित तौर पर पूरे सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकवादी के रूप में संदर्भित किया था और पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी पर उन्होंने सिखों को "मच्छरों की तरह" कुचलने का आरोप लगाया था। अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक्ट्रेस के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए मामला दर्ज किया। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (जिसके सिरसा अध्यक्ष हैं) ने कहा कि हाल ही में एक पोस्ट में कहा कि कंगना रनौत ने "जानबूझकर" किसानों के विरोध को "खालिस्तानी आंदोलन" के रूप में चित्रित किया था।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने इंस्टाग्राम पर सिख समुदाय के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है। समिति द्वारा जारी बयान के अनुसार, रनौत के खिलाफ शिकायत मंदिर मार्ग थाने के साइबर प्रकोष्ठ में दर्ज करायी गई है। समिति का कहना है कि सोशल मीडिया पर हाल में किए गए अपने पोस्ट में रनौत ने ‘‘जानबूझकर’’ किसानों के प्रदर्शन को ‘खालिस्तानी आंदोलन’ बताया है। बयान में कहा गया है कि अभिनेत्री ने सिख समुदाय के खिलाफ ‘‘आपत्तिजनक और अपमानजनक’’ का उपयोग किया। बयान के अनुसार, ‘‘... सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर वह पोस्ट तैयार किया गया और आपराधिक मंशा से उसे साझा किया गया। इसलिए हम आपसे प्राथमिकता के आधार पर इस शिकायत पर संज्ञान लेने और प्राथमिकी दर्ज करने के बाद कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं
इंस्टाग्राम स्टोरी में कंगना रनौत ने कहा "खालिस्तानी" आतंकवादी आज सरकार को घुमा सकते हैं। लेकिन वो एक महिला को न भूलें। एकमात्र महिला प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने 'इन को' अपने जूतो तली मच्छरों की तरह कुचल दिया था। चाहे कितनी भी पीड़ा हुई उस दौरान लेकिन उन्होंने देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मौत के दशकों बाद भी आज भी यह लोग उनके नाम से कामते हैं। इनको वैसा ही गुरु चाहिए। कंगना रनौत ने इस पोस्ट के बाद एक और पोस्ट शेयर री जिसमें बाद इंदिरा गांधी की एक तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा "खालिस्तानी आंदोलन के उदय के साथ उनकी कहानी बहुत जल्द आपके लिए आपातकाल लाने से कहीं अधिक प्रासंगिक है"।