इन्दौर। सुल्ली डील्स ऐप मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पहली गिरफ्तारी की है। ऐप बनाने वाले आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर को मध्य प्रदेश के इंदौर से पकड़ा गया। स्पेशल सेल की IFSO (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) यूनिट ने बुल्ली बाई ऐप के निर्मा
ता नीरज बिश्नोई से पूछताछ के आधार पर व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
ऐप का क्रिएटर इंदौर से गिरफ्तार
25 वर्षीय ओंकारेश्वर ठाकुर ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने जुलाई 2021 में गिटहब पर सुल्ली डील ऐप बनाया था। ऐप ने कई मुस्लिम महिलाओं की उनकी सहमति के बिना उनकी तस्वीरें अपलोड की गयी। बीसीए डिग्री धारक ओंकारेश्वर ठाकुर ने खुलासा किया कि इस मामले में और भी लोग शामिल थे। जुलाई 2021 में दिल्ली पुलिस ने सुल्ली डील मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी।
बुली बाई और सुल्ली की थी साठगांठ
बुली बाई ऐप के निर्माता नीरज बिश्नोई को दिल्ली पुलिस ने 6 जनवरी को गिरफ्तार किया था। सुल्ली डील्स की तरह ही बुल्ली बाई ऐप ने सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं को "नीलामी" के लिए सूचीबद्ध किया था।
ट्विटर अकाउंट से हुई दावे की पुष्टि
बुली बाई और सुल्ली की थी साठगांठ
बुली बाई ऐप के निर्माता नीरज बिश्नोई को दिल्ली पुलिस ने 6 जनवरी को गिरफ्तार किया था। सुल्ली डील्स की तरह ही बुल्ली बाई ऐप ने सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं को "नीलामी" के लिए सूचीबद्ध किया था।
ट्विटर अकाउंट से हुई दावे की पुष्टि
'बुली बाई' मामले की जांच से पता चला है कि नीरज बिश्नोई ट्विटर हैंडल "@sullideals" के निर्माता के संपर्क में थे, जिसका इस्तेमाल गिटहब पर 'सुली डील' ऐप बनाने के लिए किया गया था। दिल्ली के किशनगढ़ पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी में उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए एक ट्विटर अकाउंट की संलिप्तता से उनके दावे की पुष्टि हुई है।मुंबई पुलिस ने इससे पहले बुल्ली बाई ऐप मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें मुख्य आरोपी श्वेता सिंह (18), मयंक रावल (21) और विशाल कुमार झा (21) शामिल हैं।