वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच 16 दिनों से युद्ध जारी है। इसी बीच अमेरिका ने रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिसका सीधा असर रूस की अर्थव्यवस्था पर पड़ने की संभावना है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आक्रामक बताते हुए कहा कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका रूस के व्यापार दर्जे को कमतर करेगा। साथ ही रूसी शराब, समुद्री खाद्य पदार्थों और हीरों के आयात पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके साथ ही अमेरिका रूस के स्थायी सामान्य व्यापार संबंधों के दर्जे को रद्द कर देगा।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि जी7 के नेता यह सुनिश्चित करने के लिए सहमत होंगे कि रूस आईएमएफ और विश्व बैंक जैसे प्रमुख बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों से वित्त पोषण प्राप्त नहीं कर सकता है। व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे जो रूसी संघ में स्थित किसी भी व्यक्ति को लक्जरी वस्तुओं के निर्यात को समाप्त कर देगा।
ब्रिटेन ने भी लगाए प्रतिबंध
ब्रिटेन की सरकार ने रूसी संसद के निचले सदन ड्यूमा के 386 सदस्यों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। ड्यूमा के इन सभी सदस्यों ने रूस द्वारा यूक्रेन के लुहांस्क और दोनेत्स्क प्रांतों को स्वतंत्र गणराज्य के रूप में मान्यता देने में अहम भूमिका निभाई थी। ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने शुक्रवार को इन प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा कि इसके तहत रूसी सांसदों को ब्रिटेन की यात्रा करने, ब्रिटेन में अपनी संपत्ति का उपयोग करने और कारोबार करने की मनाही होगी।