आज गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक के दौरे पर हैं। लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री के रूट पर एक तेज धमाके की आवाज से हड़कंप मच गया। अमित शाह के रूट पर ये आवाज शाम करीब साढ़े चार बजे माउंट कार्मेल कॉलेज के पास सुनी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शीर्ष केंद्रीय मंत्रियों द्वारा लिए गए मार्गों को आमतौर पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा काफी पहले ही साफ कर दिया जाता है। शाह चिकबल्लापुर में एक कार्यक्रम से लौट रहे थे। जब पुलिस ने आवाज की जांच की तो पता चला कि सीवेज में भूमिगत बिजली के केबल शॉर्ट सर्किट होने से ये आवाज आई थी।
बता दें कि अमित शाह कर्नाटक के दौरे पर हैं जहां आज वो कर्नाटक राज्य सहकारी सम्मेलन में शामिल हुए हैं। इस दौरान सम्मेलन में अपने संबोधन में शाह ने कहा कि सहकारिता आंदोलन देश में सबसे पुराना मना जाता है, 1905 में कर्नाटक के गडक ज़िले के एक गांव में कहा जाता था कि भारत की पहली सरकारी संस्था की स्थापना कर्नाटक में हुई। वहीं से ये आंदोलन शुरू हुआ।
अमित शाह ने कहा कि आज 1905 से शुरू हुई यात्रा को पीछे मुड़कर देखते हैं तो 7,000 करोड़ की टनओवर वाली दूध की कॉपोरेटिव अमूल दिखाई देती है। सहकारिता ने राष्ट्र में ग्रामीण गतिविधियों और विकास को मज़बूत बनाने का काम किया है और इसके साथ पूरे मुनाफे को सब में बांटकर गरीबों की आय में वृद्धि की है।