पटियाला। पंजाब पुलिस ने रविवार 1 मई 2022 को बताया कि पटियाला में हाल ही में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड बरजिंदर सिंह परवाना को मोहाली से गिरफ्तार किया गया है। आईजी पटियाला मुखविंदर सिंह छिना ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजपुरा निवासी परवाना को पुलिस ने उस समय पकड़ लिया जब वह चंडीगढ़ हवाईअड्डे की ओर जा रहा था। शनिवार को कार्यभार संभालने वाले छिना ने बताया कि अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने असामाजिक और राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इससे पहले शनिवार को नए आईजी पटियाला ने कहा था कि बरजिंदर सिंह परवाना मुख्य आरोपी है और घटना का मास्टरमाइंड है। उन्होंने कहा था कि उन्हें पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमों का गठन किया गया है। छिना ने यह भी कहा था कि कुल 25 आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार किया गया है - हरीश सिंगला, दलजीत सिंह और कुलदीप सिंह।
पंजाब सरकार ने खालिस्तान विरोधी मार्च को लेकर दो समूहों के बीच झड़प के एक दिन बाद शनिवार को एक पुलिस महानिरीक्षक समेत तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया। वहीं, सुरक्षा बलों के कड़े पहरे के साथ पटियाला में जनजीवन सामान्य हो रहा है। पुलिस ने शुक्रवार को हुई घटना के संबंध में दर्ज छह प्राथमिकियों में अभी तक 25 आरोपियों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है। राज्य के गृह मामलों तथा न्याय विभाग ने सुबह साढ़े नौ बजे से शाम चार बजे तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया था। राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार ने तत्काल प्रभाव से पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पटियाला रेंज, पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुखविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला का नया महानिरीक्षक (आईजी-पटियाला रेंज) नियुक्त किया गया है जबकि दीपक पारिक पटियाला के नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) होंगे और वजीर सिंह को पटियाला का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। प्रभार संभालने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में चिन्ना ने कहा कि राजपुरा निवासी बरजिंदर सिंह परवाना मुख्य आरोपी और घटना के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। उन्होंने कहा, ‘‘उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। उसे पकड़ने के लिए कई पुलिस दल बनाए गए हैं।’’ उन्होंने बताया कि कुल 25 आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें हरीश सिंगला, दलजीत सिंह और कुलदीप सिंह शामिल हैं।
कुछ हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंदिर के बाहर अपना धरना खत्म कर दिया। पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को अशांति और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ दो दिनों के भीतर कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद उन्होने अपना प्रस्तावित विरोध मार्च स्थगित कर दिया। गौरतलब है कि पटियाला में काली माता मंदिर के बाहर शुक्रवार को दो समूहों के बीच झड़प के दौरान एक-दूसरे पर पथराव किया गया और स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी। शिवसेना (बाल ठाकरे) नाम के एक समूह के कार्यकारी अध्यक्ष और मार्च का आयोजन करने वाले हरीश सिंगला को यहां एक अदालत ने दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। सिंगला को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 353, 506 समेत विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया गया है। भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में कानून-व्यवस्था से संबंधित यह पहली बड़ी घटना है। विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने झड़पों की जांच के आदेश दिए थे और कहा था कि एक भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।