मुम्बई। अजान बनाम हनुमान चालीसा विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। महाराष्ट्र में खासतौर से इसे लेकर बवाल मचा हुआ है। राज ठाकरे के 3 मई तक लाउडस्पीकर को हटाने वाले अल्टीमेटम के मद्देनजर मुंबई में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। कल्याण, चारकोप, नवी मुंबई में मनसे की तरफ से हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। इन सब के बीच महाराष्ट्र के वाशिम में एक अलग की नजारा देखने को मिला। यहां के मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा गिए गए हैं। गुरुवार की सुबह मस्जिदों में बिना लाउडस्पीकर के अजान होने से नमाज पढ़ने वाले लोगों की संख्या में कमी आई। जिसके बाद मुस्लिम परिसर में घर-घर जाकर लोगों को नमाज अदा करने के लिए जगाने का निर्णय लिया। इतना ही नहीं अजान देने वाला मोअज्जन भी अपने मोबाइल से लोगों को फोन मिलाकर नमाज में आने के लिए कहते दिखें।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर छिड़े विवाद के बीच मुंबई पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के करीब 2,400 मंदिरों में से केवल 24 को ही लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति मिली है, जबकि कुल 1,140 मस्जिदों में से 950 मस्जिदों को अधिकारियों ने इसके इस्तेमाल की मंजूरी दी है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, महानगर के सिर्फ एक फीसदी मंदिरों ने अपने परिसरों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति ली हुई है। महाराष्ट्र के वाशिम में मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं। इतना ही नहीं किसी तरह का विवाद न हो इसलिए मस्जिदों के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल भी तैनात किया गया है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक हालांकि, चर्च, गुरुद्वारों, बौद्ध विहारों और यहूदियों के उपासना स्थल जैसे अन्य धार्मिक स्थलों द्वारा लाउडस्पीकर के इस्तेमाल संबंधी आंकड़ें अभी भी पुलिस द्वारा एकत्र किए जा रहे हैं और इन पूजा स्थलों के प्रबंधन को लाउडस्पीकर लगाने के लिए अनुमति लेने के लिए कहा जाएगा। गौरतलब है कि इस समय महाराष्ट्र समेत देश के अन्य हिस्सों में धार्मिक स्थलों द्वारा लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर विवाद चल रहा है।