असम से एक बड़ी चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है जहां एक महिला सब इंस्पेक्टर ने अपने ही मंगेतर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि मंगेतर ने अपनी नकली पहचान बताई थी और कई लोगों को ठगा भी है। मामले की जांच के बाद सब इंस्पेक्टर ने अपने मंगेतर को गरिफ्तार कर लिया। बुधवार शाम को नगांव कोर्ट में आरोपी को पेश करने के बाद कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
जानिए पूरा मामला
मामला असम के नगांव जिले का है। नगांव थाने की महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी सब इंस्पेक्टर जोनमणि राभा ने अपने मंगेतर राणा को फर्जी पहचान, ठगी और 8 लाख रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों की मुलाकात जनवरी 2021 को हुई थी। मुलाकात के दौरान आरोपी पराग ने अपनी पहचान ओनजीसी का जनसंपर्क अधिकारी के रूप में बताई। मुलाकात के कुछ दिनों बाद पराग ने जोनमनी को शादी का प्रस्ताव दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इसके बाद जोनमनी और पगग दोनों के परिवार मिले और दोनों ने अक्टूबर 2021 में सगाई कर ली और नवंबर 2022 में उनकी शादी तय कर दी गई।
साल 2022 की शुरुआत में जब दोनों में रोजाना बात होने लगी तो उसे अपने मंगेतर के काम करने की शैली पर शक हुआ। संदेह के कारण सब इंस्पेक्टर जोनमणि तीन लोगों से मिली जहां उसे पता चला कि पराग ने कॉन्ट्रैक्ट देने के नाम पर 25 लाख रुपये की ठगी की है। मामले की जांच की गई और पता चला कि पराग ओएनजीसी के साथ काम करते ही नहीं है। जांच में आरोपी के हैरान कर देने वाली बात यह पचा चली कि पराग के पास जो एसयूवी है वो किराए की है और साथ में निजी सुरक्षाकर्मी और ड्राइवर तक किराए के है। आरोपी यह सब इसलिए रखता था जिससे लोगों को लगे कि वह हाई प्रोफाइल अधिकारी है।
सब इंस्पेक्टर जॉनमनी राभा ने कहा कि मैंने उसकी वास्तविकता जानने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की। हमने कई मुहरें, फर्जी आईडी प्रूफ, आपत्तिजनक दस्तावेज, एक लैपटॉप, कई मोबाइल फोन और चेक बुक बरामद किए हैं। मैं भगवान की शुक्रगुजार हूं और मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैं असम के लोगों को कड़ा संदेश देना चाहती हूं कि अगर वे कुछ गलत करते हैं तो मैं किसी को नहीं बख्शूंगी, यहां तक कि मेरे अपने परिवार के सदस्यों को भी नहीं।
जानिए पूरा मामला
मामला असम के नगांव जिले का है। नगांव थाने की महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी सब इंस्पेक्टर जोनमणि राभा ने अपने मंगेतर राणा को फर्जी पहचान, ठगी और 8 लाख रुपये ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों की मुलाकात जनवरी 2021 को हुई थी। मुलाकात के दौरान आरोपी पराग ने अपनी पहचान ओनजीसी का जनसंपर्क अधिकारी के रूप में बताई। मुलाकात के कुछ दिनों बाद पराग ने जोनमनी को शादी का प्रस्ताव दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इसके बाद जोनमनी और पगग दोनों के परिवार मिले और दोनों ने अक्टूबर 2021 में सगाई कर ली और नवंबर 2022 में उनकी शादी तय कर दी गई।
साल 2022 की शुरुआत में जब दोनों में रोजाना बात होने लगी तो उसे अपने मंगेतर के काम करने की शैली पर शक हुआ। संदेह के कारण सब इंस्पेक्टर जोनमणि तीन लोगों से मिली जहां उसे पता चला कि पराग ने कॉन्ट्रैक्ट देने के नाम पर 25 लाख रुपये की ठगी की है। मामले की जांच की गई और पता चला कि पराग ओएनजीसी के साथ काम करते ही नहीं है। जांच में आरोपी के हैरान कर देने वाली बात यह पचा चली कि पराग के पास जो एसयूवी है वो किराए की है और साथ में निजी सुरक्षाकर्मी और ड्राइवर तक किराए के है। आरोपी यह सब इसलिए रखता था जिससे लोगों को लगे कि वह हाई प्रोफाइल अधिकारी है।
सब इंस्पेक्टर जॉनमनी राभा ने कहा कि मैंने उसकी वास्तविकता जानने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की। हमने कई मुहरें, फर्जी आईडी प्रूफ, आपत्तिजनक दस्तावेज, एक लैपटॉप, कई मोबाइल फोन और चेक बुक बरामद किए हैं। मैं भगवान की शुक्रगुजार हूं और मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैं असम के लोगों को कड़ा संदेश देना चाहती हूं कि अगर वे कुछ गलत करते हैं तो मैं किसी को नहीं बख्शूंगी, यहां तक कि मेरे अपने परिवार के सदस्यों को भी नहीं।