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अशोक चव्हाण ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के विकास कार्यों में योगदान देने की इच्छा से भाजपा में शामिल हुआ हूं। यह बिना कोई पद मांगे बिना शर्त उठाया गया कदम है। राजनीति में 38 वर्षों की लंबी सेवा के बाद यह मेरे लिए एक नई पारी है। हालाँकि, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा में शामिल होने के दौरान उन्होंने किसी भी कांग्रेस कार्यकर्ता या अपने समर्थकों से उनसे जुड़ने के लिए संपर्क नहीं किया था।
पूर्व मुख्यमंत्री एसबी चव्हाण के बेटे अशोक चव्हाण (65) ने सोमवार को इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस से अलग होने का उनका फैसला स्वतंत्र था और उन्होंने अपने बाहर निकलने के लिए विशिष्ट कारणों को बताने से परहेज किया। महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने के कुछ दिनों बाद उनका कांग्रेस से बाहर जाना हुआ।
आदर्श हाउसिंग घोटाले में था नाम
अशोक चव्हाण तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे जब केन्द्र में यूपीए सरकार थी। उस समय घोटालों को लेकर माहौल बना तो वे भी इसकी चपेट में आ गए थे। उनका नाम आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाले में शामिल होने पर चव्हाण को अपने पद को गंवाना पड़ा था। कोलाबा क्षेत्र में बनी इस सोसायटी में शहीद सैनिक परिवारों को आवास देने की योजना थी लेकिन बाद में इसमें काफी अनियमितताएं होने से उस दौरान भाजपा तथा अन्य विपक्षी पार्टियों ने काफी हल्ला मचाया था और अंततः चव्हाण के हाथों से सीएम की कुर्सी निकल गई थी।
फोटो साभार : ANI