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मेडिकल कॉलेज के बट्टा दादा मैदान की कुछ जमीन सीएम राइज स्कूल के लिए आवंटित की गई है।क्षेत्र के पार्षद बट्टा दादा मैदान की खुली जमीन खेल का मैदान बता रहे है और उन्होंने कहा के कम राइज स्कूल यहाँ बनने से हम इस मैदान से हाथ धो बैठेंगे।
निर्माण स्थल को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए गुरुवार 29 फरवरी को कलेक्टर दीपक सक्सेना भी मौके पर जा पहुंचे। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग और मेडिकल डीन एवं स्थानीय पार्षद से प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की।
दरअसल, स्कूल निर्माण प्रारंभ होते ही आवंटित जमीन को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग आमने-सामने आ गए हैं। बताया जा रहा है कि जिस क्षेत्र में स्कूल शिक्षा विभाग सीएम राइज स्कूल बना रहा है। उसी जमीन को चिकित्सा शिक्षा विभाग अपने आगामी प्रोजेक्ट के लिए आरक्षित रखना चाहता है वहीं क्षेत्र के पार्षद बट्टा दादा मैदान की खुली जमीन खेल का मैदान ही रहने की बात कह रहे हैं।
मौके पर पहुंची मेडिकल कॉलेज डॉ. गीता गुईन ने कहा कि चिकित्सा विभाग एवं शिक्षा विभाग के बीच उक्त जमीन को लेकर थोड़ी विवाद की स्थिति बन गई है। उन्होंने कहा कि हमें यह बात समझनी होगी कि मेडिकल कॉलेज दो-चार संभागों में एक बनते हैं, जबकि स्कूल कई सारे बनते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मेडिकल कॉलेज में नाम मात्र की खुली जमीन बची है। इसलिए हम जो भी निर्णय लें वह लोगों के हित में ले।संभव हो तो स्कूल के अन्यत्र जमीन आवंटित कर दी जाए।
दरअसल पश्चिम विधानसभा अंतर्गत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज के बड्डा दादा ग्राउंड में सीएम राइस स्कूल का निर्माण कार्य चल रहा है। इसी बीच 28 फरवरी को क्षेत्रीय भाजपा के पार्षद जीतू कटारे ने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचकर स्कूल के कार्य को रुकवा दिया। उनका कहना था कि पूरे क्षेत्र में यह एक मात्र ही ऐसा ग्राउंड है, जहाँ बच्चे रोजाना खेलने आते हैं। इसके अलावा बड़े बुजुर्ग भी सुबह टहलने के लिए आते हैं।
निर्माण स्थल को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए गुरुवार 29 फरवरी को कलेक्टर दीपक सक्सेना भी मौके पर जा पहुंचे। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग और मेडिकल डीन एवं स्थानीय पार्षद से प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की।
दरअसल, स्कूल निर्माण प्रारंभ होते ही आवंटित जमीन को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग आमने-सामने आ गए हैं। बताया जा रहा है कि जिस क्षेत्र में स्कूल शिक्षा विभाग सीएम राइज स्कूल बना रहा है। उसी जमीन को चिकित्सा शिक्षा विभाग अपने आगामी प्रोजेक्ट के लिए आरक्षित रखना चाहता है वहीं क्षेत्र के पार्षद बट्टा दादा मैदान की खुली जमीन खेल का मैदान ही रहने की बात कह रहे हैं।
मौके पर पहुंचे कलेक्टर
मामले को संज्ञान में लेते हुए, जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना मौके पर पहुंचे, और स्कूल शिक्षा विभाग, मेडिकल कॉलेज डीन एवं स्थानीय पार्षद से मामले को लेकर चर्चा की। कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने बताया कि उक्त जमीन मेडिकल कॉलेज की है। जिसमें सीएम राइज स्कूल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के बीच इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों को ही लग रहा है कि उन्हें अपनी-अपनी योजनाओं के लिए जमीन कम पड़ रही है। प्रकरण में सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाएगा। वही क्षेत्रीय पार्षद का कहना है कि उक्त जमीन को ओपन परिसर ही रखा जाए। जल्द ही इस मामले का समाधान किया जाएगा।
स्कूल कहीं और बने तो अच्छा है : डीन
स्कूल कहीं और बने तो अच्छा है : डीन
मौके पर पहुंची मेडिकल कॉलेज डॉ. गीता गुईन ने कहा कि चिकित्सा विभाग एवं शिक्षा विभाग के बीच उक्त जमीन को लेकर थोड़ी विवाद की स्थिति बन गई है। उन्होंने कहा कि हमें यह बात समझनी होगी कि मेडिकल कॉलेज दो-चार संभागों में एक बनते हैं, जबकि स्कूल कई सारे बनते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मेडिकल कॉलेज में नाम मात्र की खुली जमीन बची है। इसलिए हम जो भी निर्णय लें वह लोगों के हित में ले।संभव हो तो स्कूल के अन्यत्र जमीन आवंटित कर दी जाए।
मामला ऐसे हुआ गर्म