Jabalpur News: जबलपुर के लार्डगंज थाने की पुलिस ने एक ऐसे चालाक गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो असली नोट के बजाय तीन गुना अधिक नकली नोट उपयोग करके लोगों को ठग रहा था।
इस घटना के संबंध में कोतवाली सीएसपी रीतेश कुमार शिव ने बताया कि यादव कॉलोनी क्षेत्र में अंडे का ठेला चलाने वाले अमित बर्मन ने शिकायत की थी और बताया था कि कुछ समय पूर्व माढ़ोताल निवासी गोपाल अवस्थी और गौतम मढिय़ा गढ़ा निवासी नितिन सेनउर्फ़ सिद्धार्थ उसके पास गए थे। दोनों ने उसके सामने एक काले रंग के कागज को पानी में डुबोकर फिर उसे पानी से निकाला, जिससे उस पर चढ़ा रंग उतर गया।
उसके बाद, अमित को विश्वास दिलाते हुए कहा गया कि वह 50 हजार रुपए की समझदारी करें और उसके बदले में वे उसे डेढ़ लाख के नकली नोट देंगे । इस घटना की शिकायत अमित बर्मन ने यादव कॉलोनी पुलिस चौकी में की थी, जिसके बाद चौकी प्रभारी सतीश झारिया और उनकी टीम ने बुधवार को गोपाल और नितिन को चाकू सहित गिरफ्तार किया।
कैसे बनाते थे काले रंग के कागज से नकली नोट-
पुलिस ने इस कांड के संबंध में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से सात लाख के नकली नोट, नोट के आकार के कागज के टुकड़े, गोंद, और आयोडीन जैसी सामग्री को जब्त किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे नेपाल से कागज लाने का बहाना बनाकर लोगों को धोखा देकर जाल में फसाते थे। उन्होंने यह भी कहा कि वे काले रंग के नकली नोट को आयोडीन के पानी में डुबोकर उसका रंग निकाल देते थे, जिससे लोग उनकी बातों में विश्वास कर लेते थे।
दो अन्य आरोपी और हैं शामिल-
विवेचना के दौरान संदेही गोपाल अवस्थी चाकू लिये मुक्ती धाम के पास मिला जिससे पूछताछ करने पर उसके द्वारा मलखान नायक निवासी माढोताल, किशोर चढार निवासी गढा एवं नितिन सेन निवासी गढा के साथ मिलकर लोगो को काले नोट को साफ करके दिखाना एवं नेपाल से नोट के कागज लाना बताकर, लोगो से 50,000/- से 1,00,000/- रूपये तक लेकर उन्हे नकली नोटो को असली की तरह प्रयोग करने के लिये बेचते हैं ।
एवं पाउडर जप्त किया गया । दोनो आरोपियो को गिरफ्तार न्यायालय पेश किया गया जहां से केन्द्रीय जेल जबलपुर भेजा गया है