नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी आज शाम तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ समारोह श्याम 7:15 बजे होगा।जिसमें लगभग 40 से ज्यादा नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बंदी संजय रवानीत सिंह बिट्टू जैसे कुछ नए चेहरे भी मोदी सरकार के हिस्सा बन सकते हैं। शपथ लेने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार दोपहर को संभावित नए मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री आवास पर अहम बैठक की और अगली सरकार एजेंडा सेट कर दिया। सूत्रों के अनुसार पीएम आवास पर चाय के लिए बुलाए गए वही नेता थे जो कि आज मंत्री बनने के लिए संभावित नाम बताया जा रहा है। लगभग 1 घंटे चली बैठक में पीएम मोदी ने सभी संभावित मंत्रियों को संबोधित किया। सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट के संभावित मंत्रियों के साथ बैठक करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 दोनों के एजेंट पर चर्चा की। पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाना है।
सूत्रों के अनुसार राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, निर्मला सीतारमण और मनसुख मांडवीया जैसे वरिष्ठ नेताओं को नई सरकार में शामिल किया जाना से माना जा रहा है। वही यही बताया गया है कि शिवसेना के प्रताप राव जाधव, भाजपा के सी.आर. पाटील जो कि भाजपा गुजरात के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया, राव इंद्रजीत सिंह नित्यानंद राय, भागीरथ चौधरी, हर्ष मल्होत्रा कई मंत्री बनाया जा सकता है। एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वर्तमान वित्त मंत्री सीतारमण सहित सर्वानंद सोनोवाल, किरण रिजू भी शपथ लेंगे। बीजेपी के भीतर अटकलें हैं कि इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, जिनका विस्तारित कार्यकाल इस महीने के अंत तक समाप्त हो रहा है उन्हें भी सरकार में वापस लाया जा सकता है।
टीडीपी के राम मोहन नायडू और चंद्रशेखर पेम्मासानी और जदयू के ललन सिंह तथा रामनाथ ठाकुर के अलावा चिराग पासवान, जीतम राम मांझी, एचडी कुमार स्वामी और जयंत चौधरी जैसे सहयोगियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाने की भी संभावनाएं चल रही हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते बिट्टू लोकसभा चुनाव हार गए थे लेकिन पंजाब में अपनी पद मजबूत करने की कोशिश में उन्हें उनकी प्रोफाइल के कारण शामिल किया जा सकता है। तेलंगाना से चुने गए संजय कुमार और जी किशन रेड्डी को मोदी के आवास के लिए एक साथ जाती देखा गया और उनके करीब सूत्रों ने बताया कि उन्हें मंत्री बनाए जा सकता है। हालांकि संभावित मंत्रियों पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। अपने मंत्रियों के चयन के दौरान माना जा रहा है कि अपनी जमीन वापस होने के लिए उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र में अपनी चौकाने वाली हर को भी बीजेपी ध्यान में रख रही है।